google.com, pub-1809443929674798, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Shubhendu Adhikari Ke Hotel Stay Pe Police Raid

Shubhendu Adhikari Ke Hotel Stay Pe Police Raid

🕵️ आसनसोल में शुभेंदु अधिकारी के होटल स्टे पर प्रशासन ने किया ऐडमिनिश्ट्रेटिव रैड – BJP ने इसे बताया राजनीतिक चाल

Shubhendu-Adhikari


आसनसोल (पश्चिम बंगाल): कुछ दिन पहले भाजपा के नेता और पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने अपने राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान यहाँ के एक अभिजात होटल में ठहराव किया था। इसी दौरान रविवार को उस होटल में अचानक जिला प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त जांच (रैड) की गई, जिसने राजनीतिक गलियारों में हीट बढ़ा दी है।

🔍 रैड का बहाना या राजनीति?

  • अधिकारी असल में अपनी रैली और जनसभा के लिए शहर में थे। उन्होंने कुछ समय उस होटल में विश्राम किया और उनके ठहरने की महिमा भी खूब की गई।

  • लेकिन उसी होटल में अचानक प्रशासन ने सभी दस्तावेज, लाइसेंस, अग्निशमन प्रणाली, लाइसेंस आदि की जांच की — हालाँकि अधिकारियों ने इसे केवल "रूटीन निरीक्षण" करार दिया।

बीजेपी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया, यह कहते हुए कि जब शुभेंदु वहीं ठहरे थे तब क्यों नहीं जांच की गई? क्या यह सिर्फ उसी होटल को निशाना बनाए जाने जैसा था?


🤔 क्या है BJP का आरोप?

  • भाजपा का आरोप है कि यह रैड विशेष रूप से इसलिए किया गया, क्योंकि उनके नेता वही ठहरे थे और वहां का स्वागत गंभीर रूप से किया गया।

  • बताया जा रहा है कि आसनसोल की रैली में लगा था कि होटल और वहां के मेज़बान ने भाजपा के समर्थन का संकेत दिया — और इसके बाद सब कुछ आचानक बदल गया।

🔧 प्रशासन का पक्ष

  • जिला प्रशासन ने साफ कहा कि यह आसामान्य नहीं, बल्कि सभी होटल्स में नियमित जांच का ही हिस्सा है।

  • सचिव स्तर के अधिकारियों और नगर निगम की टीम ने कहा कि केवल उसी होटल में नहीं, बल्कि समान समयांतर पर अन्य प्रतिष्ठित होटल्स में भी ऑफिसियली रैड चल रहे थे — हालाँकि सार्वजनिक रूप से वही मामला सुर्खियों में आया।

🗳️ राजनीतिक दबाव या सिस्टम का काम?

इस पूरे घटनाक्रम ने स्थानीय राजनीति में कड़वाहट बढ़ा दी है। भाजपा इसे राजनीतिक दुर्व्यवहार मान रही है, वहीं टीएमसी ने इसे प्रशासनिक कार्रवाई मानने से इनकार कर दिया है।

इससे सवाल खुद ब खुद उठते हैं:

  • क्या यह रैड सिर्फ एक होटल को निशाना बनाए जाने जैसा था?

  • क्या प्रशासनीय कार्रवाई राजनैतिक कारण से की जा रही है?

  • या यह सिर्फ सिस्टम का काम, यानी लाइसेंसिंग और सुरक्षा व्यवस्था का रूटीन हिस्सा था?

📢 Bengal News पर पढ़ते रहिए ताज़ा राजनीतिक घटनाओं, स्थानीय विवादों और बड़े सवालों की गहराई से पड़ताल — सिर्फ आपकी भाषा में, सिर्फ आपके लिए।

👉 खबर साझा करें, राय दें, और बने रहें Bengal News के साथ हर अपडेट के लिए।




एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने