भाजपा नेता कौस्तव बागची को डॉक्टरों को धमकाने के मामले में पुलिस ने फिर किया तलब
पश्चिम बंगाल में भाजपा नेता और वकील कौस्तव बागची एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। डॉक्टरों को धमकाने और अभद्र भाषा के इस्तेमाल के आरोप में पुलिस ने उन्हें एक बार फिर समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। यह घटना एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत के बाद हुई थी।
जानकारी के अनुसार, एक मरीज की मौत के बाद कौस्तव बागची अस्पताल पहुंचे और वहां मौजूद डॉक्टरों से तीखे लहजे में बहस की। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में उन्हें डॉक्टरों पर चिल्लाते और धमकी देते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इस दौरान उनके शब्दों और व्यवहार को लेकर डॉक्टरों और अस्पताल कर्मचारियों ने नाराज़गी जताई थी।
डॉक्टरों की ओर से इस मामले की शिकायत मुख्य सचिव कार्यालय तक भेजी गई है। डॉक्टरों के एक संगठन ने आरोप लगाया है कि कौस्तव बागची ने न केवल बदसलूकी की, बल्कि अपशब्दों का भी प्रयोग किया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने भी पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने पहले भी इस मामले में बागची से पूछताछ की थी, लेकिन अब उन्हें एक बार फिर सोमवार को मोहनपुर थाने में पेश होने का निर्देश दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और सभी पक्षों से जानकारी जुटाई जा रही है।
कौस्तव बागची ने इन आरोपों को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि वे एक जिम्मेदार नागरिक और पेशे से वकील हैं। उनका इरादा किसी को डराना नहीं था, बल्कि वह मरीज के परिवार की चिंता को सामने रख रहे थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ राजनीतिक कारणों से कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना के बाद से डॉक्टरों और अस्पताल स्टाफ में असुरक्षा का माहौल है। डॉक्टरों का कहना है कि लगातार इस तरह की घटनाएं उनके मनोबल को तोड़ रही हैं और सरकार को स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने चाहिए।
फिलहाल पुलिस ने बागची को जांच में सहयोग करने के लिए तलब किया है। अभी तक किसी तरह की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन यदि जांच में उनके खिलाफ ठोस सबूत मिलते हैं, तो आगे की कार्रवाई की जा सकती है। मामले की अगली सुनवाई और रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।
