पान्सकुरा में छात्र आत्महत्या मामला: मां पर केस वापस लेने का दबाव, मिल रही धमकियां
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के पान्सकुरा थाना क्षेत्र में एक छात्र की आत्महत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मृत छात्र कृष्णेंदु दास की मां ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग उन पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं और उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
यह घटना पिछले दिनों गोसाईबेर बाजार इलाके में हुई थी। कक्षा सात में पढ़ने वाला 13 वर्षीय कृष्णेंदु दास इलाके की एक मिठाई की दुकान में गया था, जहां उस पर तीन पैकेट चिप्स चुराने का आरोप लगाया गया। दुकान के मालिक और एक स्वयंसेवक ने छात्र को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया और उससे दुकान के सामने ही माफी मांगने को कहा। छात्र ने चिप्स के पैसे लौटाने की भी कोशिश की, लेकिन इसके बावजूद उसे नहीं छोड़ा गया।
दुकानदारों ने छात्र की मां को भी दुकान पर बुलाया और उनके सामने ही कृष्णेंदु को डांटा और शर्मिंदा किया गया। यह सब सहन न कर पाने की स्थिति में कृष्णेंदु ने घर लौटकर कीटनाशक पी लिया। परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
छात्र ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने साफ लिखा था – "माँ, मैंने चोरी नहीं की।" इस पत्र के सामने आने के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इसे ‘अप्राकृतिक मौत’ के रूप में दर्ज किया गया है। प्राथमिक जांच में दुकान के मालिक शुभंकर दिक्षित का नाम सामने आया है, जो फिलहाल फरार बताया जा रहा है।
अब छात्र की मां का कहना है कि कुछ स्थानीय लोग उन पर दबाव बना रहे हैं कि वे मामला वापस ले लें। उन्हें धमकियां भी दी जा रही हैं, जिससे पूरा परिवार दहशत में है। उन्होंने कहा कि बेटे को न्याय दिलाने की कोशिश में अब उन्हें भी डराया जा रहा है।
परिवार ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग दोहराई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
