🏏 BCCI और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने मिलकर सऊदी अरब की प्रस्तावित T20 लीग को रोकने की बनाई रणनीति
मुंबई/लंदन: क्रिकेट की दुनिया में बड़ी हलचल मच गई है। खबर है कि सऊदी अरब की एक बड़ी खेल कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी T20 ग्लोबल लीग शुरू करने की योजना बनाई थी। लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना के सामने अब दो सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड – भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने मिलकर बड़ा अवरोध खड़ा कर दिया है।
🌐 क्या थी सऊदी अरब की योजना?
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इस नई लीग का प्रारूप ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट जैसा होना था।
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इसमें कुल 8 फ्रेंचाइज़ी टीमें होतीं, और हर साल चार अलग-अलग टूर्नामेंट खेले जाते।
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पुरुष और महिला दोनों वर्गों में मैच कराने की योजना थी।
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शुरुआत में ही लगभग 400 मिलियन पाउंड (करीब 4,200 करोड़ रुपये) का निवेश तय था।
यह लीग दुनिया की मौजूदा T20 लीगों जैसे IPL और The Hundred के लिए बड़ी चुनौती बन सकती थी।
🔒 BCCI और ECB की रणनीति
दोनों क्रिकेट बोर्डों ने मिलकर यह फैसला किया है कि:
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अपने खिलाड़ियों को NOC (No Objection Certificate) नहीं देंगे, यानी भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ी इस लीग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
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वे इस लीग को ICC से मान्यता दिलवाने से रोकने के लिए भी प्रयास करेंगे।
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उनका मानना है कि यह लीग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर को अस्त-व्यस्त कर सकती है।
💰 क्यों घबराए हैं मौजूदा लीग आयोजक?
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IPL दुनिया की सबसे महंगी T20 लीग है, जिसकी वैल्यू 12 बिलियन डॉलर के आसपास है।
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The Hundred इंग्लैंड की बड़ी लीग है, जिसमें हाल ही में बड़े पैमाने पर प्राइवेट निवेश हुआ है।
अगर सऊदी लीग में अंतरराष्ट्रीय सितारे खेलते, तो दर्शकों और प्रायोजकों का झुकाव इस नई लीग की ओर हो सकता था। इससे IPL और Hundred की लोकप्रियता पर असर पड़ता।
📅 क्या कहा ECB और BCCI ने?
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ECB का कहना है कि उनके पास पहले से ही "काफी व्यस्त इंटरनेशनल कैलेंडर" है, ऐसे में नए टूर्नामेंट के लिए समय नहीं।
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BCCI पहले से ही अपने खिलाड़ियों को विदेशी T20 लीगों में खेलने की अनुमति नहीं देता, और वो इस नीति को आगे भी जारी रखेगा।
सऊदी अरब की चुनौती
हालांकि, सऊदी अरब की कंपनी का दावा था कि:
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वे महिला खिलाड़ियों को भी उतनी ही कमाई और अवसर देना चाहते हैं, जितना पुरुषों को।
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वे इस लीग को ग्लोबल लेवल पर लाकर T20 क्रिकेट में नई दिशा देना चाहते हैं।
लेकिन अगर भारत और इंग्लैंड जैसे बड़े बोर्ड इस लीग का विरोध करते हैं, तो इसके लिए बड़े खिलाड़ी, ब्रॉडकास्टिंग पार्टनर और ग्लोबल दर्शक जुटाना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
🔚 निष्कर्ष
सऊदी T20 लीग की योजना अभी कागज़ों पर है, लेकिन BCCI और ECB के विरोध से उसके शुरू होने की संभावनाएं काफी कमज़ोर हो गई हैं। यह साफ है कि बड़े क्रिकेट बोर्ड अपनी स्थापित लीगों और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार हैं।
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