⚠️ “महिला ने FIR दर्ज कराई, अब Kartik Maharaj पर जांच शुरू” — विवादित संत की मुश्किलें बढ़ीं
बेरहमपुर (मुरशिदाबाद): भारत सेवाश्रम संघ के प्रसिद्ध संत स्वामी प्रदीপ্তानंद, जिन्हें कार्तिक महाराज के नाम से जाना जाता है, पर एक महिला ने गम्भीर आरोपों के साथ FIR दर्ज कराई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने लगभग एक दशक तक यौन शोषण किया, और जब उस संबंध से गर्भवती हो गईं तो मज़बूरन गर्भपात करवाया। इसके बाद हाल ही में उनसे जुड़ी ताज़ा धमकी देने की घटना सामने आई है, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कदम उठाया है।
🧾 शिकायत की प्रमुख बातें
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शिकायतकर्ता और कार्तिक महाराज की पहली मुलाकात 2012 में एक स्कूल में हुई थी, जहाँ उन्हें शिक्षा का अवसर दिया गया था।
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आरोप है कि संत ने उन्हें लगातार बुलाया और अपने ashram में कई बार आरोपित किया, जिससे वह गर्भवती हुई।
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2013 में, शादी का वादा करके गर्भपात करवाया गया — शिकायत के अनुसार, यह निजी अस्पताल में किसी साजिश के तहत हुआ।
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पर सालों तक चलते इस सिलसिले के बाद महिला ने विश्वास खो दिया और संत के साथ बातचीत करने से इंकार कर दिया।
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फिर 12 जून 2025 को, महिला को संत के सहयोगियों ने धमकी दी, मोबाइल बंद छोड़कर वहाँ से चले गए — जिससे उसे डर लगा और अब पुलिस से मदद माँगी।
🚔 पुलिस की कार्रवाई
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शिकायत मिलने के बाद नबाग्राम थाना में FIR दर्ज की गई।
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इसमें Rape, Assault और Criminal Intimidation के आरोप शामिल हैं।
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पुलिस ने संत और तीन अन्य सहयोगियों को आरोपी बनाते हुए गंभीर जांच शुरू कर दी है।
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संत की ओर से कहा गया कि ये आरोप बेतुके हैं और वे पूरे रूप से मासूम हैं।
🕊️ संत का पक्ष
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कार्तिक महाराज ने खुद को एक साधु बताया और कहा कि ये सब राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप हैं ।
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एक आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें तो पद्मश्री सम्मान से नवाज़ा गया, लेकिन अब ये सब उनकी सेवा कार्यों को बदनाम करने की कोशिश है।
📌 तमाम पहलुओं पर जोर
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यह विवाद संत की लोकप्रियता और राजनीतिक विवाद दोनों को एक ही मुद्दे पर ला रहा है, क्योंकि वे पद्मश्री से सम्मानित हो चुके हैं।
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महिला का आरोप है कि ऐसे मामलों में धैर्य से सुनवाई नहीं की जाती और पीड़ितों को भय और दबाव में रखा जाता है।
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